Bhojpuri Hindi Shabdakosh / भोजपुरी हिन्दी शब्दकोश
Author
: Arjun Tiwari
Language
: Hindi
Book Type
: Reference Book
Category
: Dictionaries / Encyclopeadia
Publication Year
: 1st, 2019
ISBN
: 9789387643116
Binding Type
: Hard Bound
Bibliography
: xxviii + 556; Append; Pages; Size : Demy i.e. 22 x 15 Cm.

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भोजपुरी हिन्दी शब्दकोश : भोजपुरी लोकोक्ति-मुहावरा-पहेली सहित

अपने देश में बेलाग धरती राग ही पाञ्चजन्य का उद्घोष है जहाँ रसराज 'लोकरस' प्रतिष्ठित है। 'रामचरित जे सुनत अघाहीं' जैसी भोजपुरी में चोट करने वाली जीवन्तता है तभी तो तुलसीदास को 'इहां कोहड़ बतिया कोउ नाहीं' लिखना पड़ा। वस्तुत: भोजपुरी में प्यार का प्रकाश है, ज्ञान की सम्पदा है जिसमें असीम शब्द बनाने वाली भोजपुरी के आकर ग्रन्थ के रूप में उपस्थापित यह शब्दकोश एक महनीय प्रयास है। शब्दकोश ऐसा ग्रन्थ है जिसमें शब्दों, घटनाओं का प्रामाणिक विवेचन होता है जिससे ग्रन्थादि के प्रणयन में सहायता मिलती है। इसे सन्दर्भ ग्रन्थ (बुक्स आफ रेफरेन्स) कहना समीचीन है।

प्रस्तुत शब्दकोश में शब्दों के वर्ण-विन्यास, अर्थ, प्रयोग, पर्याय दिए गए हैं। शब्द की विशेष अर्थबोधक शक्ति (अभिद्या, लक्षणा, व्यञ्जना) साथ ही साथ शब्द-सौष्ठव, शब्द सौकर्य (सरलता, सुगमता, मुखसुख) से ग्रन्थ की सदुपयोगिता असंदिग्ध है।

भोजपुरी उत्तर भारत की मुख्य भाषा है साथ ही मारिशस, फिजी, गुयाना, सूरीनाम, त्रिनिदाद आदि अनेक राष्ट्रों में इसकी लोकप्रियता एवं व्यापकता है। इसका वाचिक लोकसाहित्य प्रभावकारी है। भोजपुरी जैसी एक समृद्ध भाषा को समझने-समझाने की दिशा में डा. अर्जुन तिवारी की लोकभाषा के प्रति निष्ठा और उनकी अहर्निश साधना ने आज इस बहुप्रतीक्षित कमी की पूर्ति की। परिणामस्वरूप इस शब्दकोश के प्रकाशन के रूप में यह एक ऐतिहासिक कार्य हुआ है।  माटी, माई, मानुष के हित में यह बृहद प्रामाणिक 'भोजपुरी-हिन्दी शब्दकोश' शिक्षार्थियों, संगीत प्रेमियों, शोधकर्ताओँ एवं समाज सेवी साहित्यकारों के लिए अपरिहार्य सन्दर्भ-ग्रन्थ है।