Somtattva / सोमतत्त्व
Author
: Kalyanmal Lodha
  Kamala Prasad Dwivedi
Language
: Hindi
Book Type
: General Book
Category
: Adhyatmik (Spiritual & Religious) Literature
Publication Year
: 1998
ISBN
: 9MGSOMTATVAP
Binding Type
: Paper Back
Bibliography
: iv + 140 Pages, Size : Demy i.e. 22 x 14 Cm.

MRP ₹ 100

Discount 15%

Offer Price ₹ 85

वैदिक साहित्य से लेकर ज्योतिष, आयुर्वेद, अध्यात्म, दर्शन, ब्राह्मïण वाङ्मय में न जाने कितनी बार कितने रूपों और सन्दर्भों में सोम की चर्चा-व्याख्या की गई है। इस सम्पूर्ण सामग्री का आकलन किसी एक ग्रन्थ में सम्भव नहीं। अत: इस ग्रन्थ में सोमतत्त्व का सार-संग्रह संकलित कर ग्रन्थाकार प्रकाशित किया गया है। यही इस ग्रन्थ की पृष्ठभूमि है। सोम की विविधता और विभिन्नता के अन्तर्भाग मेंं भी प्राय: समसूत्रता रही है और उसका सम्बन्ध देव-संस्कृति के साथ-साथ मानव-संस्कृति से भी जोड़ा गया, जहाँ वह स्वर्ग की प्राप्ति करने में सहायक है, वहाँ वह पृथ्वी की भी अनुपम निधि है। इन सबका संकेत ग्रन्थ के निबन्धों में स्वत: प्रमाणित है। अश्विनीकुमार इन दोनों संस्कृतियों के सेतुबन्ध हैं। सोम पर एक विशाल ग्रनन्थ और गहन अध्ययन अपेक्षित है। यह संकलन तो एक गवाक्ष है जो संक्षेप में इसकी ओर संकेत करता है। विश्वास है कि यह ग्रन्थ भविष्य के अध्यय की पृष्ठभूमि बनेगा।