Jhum Uthe Manva (Bhojpuri Poems) / झूम उठे मनवाँ (भोजपुरी गीत)
Author
: Rahgir
Language
: Hindi
Book Type
: General Book
Category
: Hindi Poetical Works / Ghazal etc.
Publication Year
: 1993
ISBN
: 8171241204
Binding Type
: Paper Back
Bibliography
: 112 Pages, Size : Demy i.e. 22 x 14 Cm.

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राहगीरजी बनारसी रंग के प्रतिमान हैं। बहुत कम लोग अब उस रंग के बनारस में मिलते हैं क्योंकि सहजता अब विरल होती जा रही है। इनका व्यक्तित्व सहजता के कारण ही अधिक आकर्षक है। कहींं भी इनके भीतर किसी के प्रति ईष्र्याद्वेष नहींं, जिसको लताड़ा, फटकारा, उसके प्रति भी बाद में प्यार जतलाते हैं। यही व्यक्तित्व उनकी कविताओं में झलकता है, उनमें राष्ट्रीय चरित्र के निर्माण की चिन्ता है, स्वाधीनता सेनानी के मोहभंग की पीड़ा है, पर उनमें कटुता कहीं नहीं है, सहज मस्ती से वर्तमान परिस्थिति की विसंगति की बात करते हैं और वह बात घर कर जाती है। उनका बचपन का संस्कार जिन लोकधुनों से बना है, उसके कारण उनकी कविता में स्पृहणीय लयमयता है। कहीं भी बेसुरापन नहींं दिखायी पड़ता, भोजपुरी-हिन्दी दोनों भंगिमाओं मेंं लय की पहचान बनी रहती है। मुझे पूर्ण विश्वास है कि राहगीरजी की ये कवितायें लोगोंं को रमायेंगी और साथ ही कुछ नया सोचने को, करने को विवश भी करेंगी। —विद्यानिवास मिश्र