Alankar Darpan / अलंकार-दर्पण (साहित्य दर्पण षष्ठ परिच्छेद तथा छन्दोमञ्जरी)
Author
: Janardan Gangadhar Ratate
Language
: Hindi
Book Type
: Reference Book
Category
: Sanskrit Literature
Publication Year
: 2019
ISBN
: 9788171249237
Binding Type
: Paper Back
Bibliography
: vi + 98 Pages, Size : Crown i.e.17.5 x 12 Cm.

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संस्कृत-काव्य-जगत् में अलङ्कïारों का अद्वितीय महत्त्व है। इसीलिए अलङ्कïारों के निरूपक शास्त्र को राजशेखर ने वेद का अङ्कï स्वीकार किया है। इस शास्त्र का नाम अलङ्कïार-शास्त्र अत्यन्त प्राचीन है। भामह ने अपने प्रथम अलङ्कïार-ग्रन्थ का नाम काव्यालङ्कïार इसी दृष्टि से रखा है। भामह की यह कृति उस युग की रचना है, जब काव्य पर अलङ्कïार की महत्ता सर्वाधिक थी। भामह के अनुसार — काव्य वह है जिसमें शब्द और अर्थ का उचित समन्वय हो। साहित्य शब्द का भाव इसमें सन्निहित है। इस पुस्तक में अलङ्कïारों के लक्षण, सरल, व्याख्या तथा आवश्यक टिप्पणी दी गई है।