Maa Aur Shishu / माँ और शिशु
Author
: Bhanu Shankar Mehta
Language
: Hindi
Book Type
: General Book
Category
: Sociology, Religion & Philosophy
Publication Year
: 0
ISBN
: 9VPMASP
Binding Type
: Paper Back
Bibliography
: 24 Pages, Size : Royal i.e. 24 x 10 Cm.

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आज समाज में विशेषकर गाँवों में बालिका के जन्म के पश्चात् अधिकांश माता-पिता अपनी बच्ची को पढ़ा-लिखा कर योग्य, समझदार और आत्म निर्भर बनाने के बजाय उसके विवाह की चिन्ता करने लगते हैं और दस-बारह वर्ष की उम्र में जब उसके पढऩे खेलने खाने की उम्र होती है उसका विवाह कर देते हैं। यह बहुत बड़ी गलती है, यह सबसे बड़ी सामाजिक बुराई है। यह शिक्षा की कमी की वजह से है। शिक्षा ही एक मात्र साधन है जिससे समाज से अल्प-आयु में विवाह, बड़ा परिवार, दहेज प्रथा आदि अनेक कुप्रथाओं को हटाने में मदद मिल सकती है। आज साक्षर होने के साथ-साथ अपने घर, परिवार, समाज और देश को भी समझें और सुन्दर भविष्य के निर्माण में अग्रसर हों।