Japsutram [Vol.2] / जपसूत्रम् (द्वितीय खण्ड)
					
					 
					Author
						: Swami Pratyagatmananda Saraswati
						Language
						: Hindi
						Book Type
						: Reference Book
						Category
						: Adhyatmik (Spiritual & Religious) Literature
						
						Publication Year
						: 1992
						ISBN
						: 8171241042
						Binding Type
						: Hard Bound
						Bibliography
						: xxiv + 408 Pages, Size : Demy i.e. 22.5 x 14 Cm.
						MRP ₹ 250
Discount 15%
Offer Price ₹ 213
						जपसाधना अध्यात्म मार्ग की सरल और श्रेष्ठ साधना होने पर भी उसका रहस्य गम्भीर होने से शास्त्रीय सिद्धान्त ज्ञान पूर्णभाव से आयत्त रहने पर भी, व्यक्तिगत अपरोक्ष अनुभव के बिना हृदयंगम नहींं होता। उसके बाद हृदयंगम होने पर भी वर्तमान जगत् में लोकशिक्षा के लिए वह तब तक प्रकाशार्थ उपयोगी नहींं होता जबतक विज्ञान-विद् की माॢजत भाषा व परिभाषा से संवलित न हो। स्वामीजी स्वनामधन्य पुरुष है। वे शास्त्रज्ञान-सम्पन्न, तपोबलविशिष्ट और पाश्चात्य विज्ञान के रहस्यविद् हैं-अथ च लिपिकुशल हैं। विदुषी अनुवादिका ने मूल ग्रन्थ के तात्पर्य और गुरुत्व की ओर लक्ष्य रखकर सावधानता के साथ अनुवाद कार्य सम्पन्न किया है। यह अनुवाद-ग्रन्थ हिन्दी साहित्य की श्रीवृद्धि का साधन करते हुए ज्ञानलिप्सु पाठकगण का परम कल्याण-विधान करेगा।