Taittiriya Pratishakhyam / तैत्तिरीयप्रातिशाख्यम्
Author
: Kamla Prasad Pandey
Language
: Sanskrit
Book Type
: Text Book
Category
: Sanskrit Literature
Publication Year
: 2003
ISBN
: 8171243630
Binding Type
: Paper Back
Bibliography
: viii + 24 Pages, Index Size : Demy i.e. 21.5 x 13 Cm.

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अनादि और अनन्ïत सृष्ïिट का आभूषण मानव है तथा उसकी सत्ता का आधार ज्ञान है। उस ज्ञानजन्ïय सारस्ïवत साधना के उदï्गम स्थल वेद हैं, जो विश्ïव-साहित्ïय के प्राचीनतम उपलब्ध ग्रन्थ-रत्ïन हैं। भारतीय संस्ïकृति के प्राचीनतम स्ïवरूप को समझने के लिए वेदों का परिशीलन अत्ïयाïवश्ïयक है। गरिमामूलक वेदों की विज्ञता की सम्प्राप्ïित षडï् वेदाङ्गïों से ही सम्भव है। ये वेदाङ्गï हैं—शिक्षा, कल्ïप, व्ïयाकरण, निरुक्त, छन्ïद तथा ज्ïयोतिष। शिक्षा की परिधि के अन्ïतर्गत प्रातिशाखाïयों का विशिष्ïट स्थान है। इनमें वॢणत विषय-वस्ïतु का सम्ïयगï् ज्ञान होने से वेदों को भली-भाँति समझा जा सकता है।